यदि आप अभी वकालत (Law) की पढ़ाई कर रहे हैं और आगे चलके Judge बनना चाहते हैं तो आपको यह जरूर जानना चाहिए की जज बनने के लिए उम्र कितना होना चाहिए? आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको इसी के बारे में बताएंगे।
जज बनने के लिए काफी सारे योग्यताओं को Fulfill करना पड़ता है। साथ ही कानून के क्षेत्र में अच्छा खासा अनुभव की भी जरूरत होती है। इन सब चीजों के बारे में मैं आपको इस ब्लॉग पोस्ट के माध्यम से बताऊंगा। इसलिए इसे पूरा जरूर पढ़ें, ताकि कोई भी इन्फॉर्मेशन आपसे न छूटे।
जज बनने के लिए उम्र कितना होना चाहिए?
जज बनने के लिए उम्मीदवार की उम्र पर कुछ विशेष प्रकार की शर्तें होती हैं, जो उसके पद के प्रकार और परीक्षा के आधार पर अलग अलग हो सकती हैं। आमतौर पर जज बनने की उम्र 21 से 40 वर्ष तक होती है।
- Junior Judge / Civil Judge):
- इस पद के लिए कम से आयु सीमा 21 से 35 वर्ष होती है। हालांकि, कुछ राज्यों में यह एज लिमिट थोड़ा अलग हो सकता है।
- SC/ST/OBC वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में कुछ वर्ष की छूट दी जाती है।
- High Court / Senior Judge:
- हाई कोर्ट या सीनियर जज बनने के लिए पहले उम्मीदवार को वकील के रूप में कुछ सालों साल का अनुभव होना चाहिए।
- इस पद के लिए उम्र की कोई विशेष न्यूनतम सीमा नहीं होती, लेकिन अधिकतर मामलों में वकील बनने के बाद ही इस पद पर नियुक्ति होती है।
- Suprime Court Judge:
- सुप्रीम कोर्ट में जज बनने के लिए भी लंबे समय तक वकील या न्यायिक सेवा में अनुभव होना चाहिए। इस स्तर पर किसी विशेष उम्र की जरूरत नहीं होती है, लेकिन ज्यादातर जज इस पद पर 40 से 50 साल के उम्र में ही पहुंचते हैं।
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क्या मैं 40 की उम्र में जज बन सकता हूं?
जी हां दोस्तों, आप 40 की उम्र में जज बन सकते हैं। अधिकतर जज इसी की उम्र में बनते हैं, क्योंकि इसके लिए अच्छा खासा अनुभव की जरूरत होती है और अनुभव प्राप्त करने में ही कई साल निकल जाते है।
जज बनने के लिए कौन सा एग्जाम देना पड़ता है?
जज बनने के लिए मुख्य रूप से State Judicial Services Exam पास करना होता है, जिसे स्टेट लीवल पर आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा में लिखित परीक्षा और Interview शामिल होते हैं। यदि आप सिविल जज बनना चाहते हैं, तो यह परीक्षा आपके लिए आवश्यक है।
वहीं, यदि आप हाई कोर्ट या सीनियर जज बनने की सोच रहे चाहते हैं, तो आपको पहले वकील के रूप में कुछ सालों तक काम करना होगा, अनुभव प्राप्त होने के बाद आप हाई कोर्ट का जज बन सकते हैं। इस स्तर पर किसी विशेष परीक्षा की जरूरत नहीं होती है, बल्कि यहां आपके अनुभव और योग्यता को प्राथमिकता दिया जाता है।
रही बात, सुप्रीम कोर्ट जज की, तो इसके लिए भी किसी विशेष परीक्षा की जरूरत नहीं होती है, लेकिन इसके लिए आपको पहले हाई कोर्ट में जज के रूप में काम करना होगा। आसान शब्दों में कहूं तो जज बनने के लिए राज्य न्यायिक सेवा परीक्षा ही मुख्य परीक्षा होता है।
और उच्च न्यायालय या सुप्रीम कोर्ट के जज बनने के लिए मुख्य रूप से अनुभव और कानूनी योग्यता की जरूरत होती है।
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जज का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है?
जज का कार्यकाल भी अलग अलग पदों के अनुसार अलग-अलग होता है। आमतौर पर जज का कार्यकाल 62 से 65 वर्ष तक होता हैं, हांलकी अगर जज इससे पहले अपने पद से इस्तीफा देना चाहते हैं तो वे दे सकते है।
FAQs:
1. क्या कोई वकील बिना परीक्षा के जज बन सकता है?
नहीं, वकील को जज बनने के लिए अक्सर एक खास प्रकार के परीक्षा को पास करना होता है। यह परीक्षा न्यायपालिका में प्रवेश के लिए जरूरी होता है।
2. सुप्रीम कोर्ट में जज बनने के लिए कितनी उम्र होनी चाहिए?
सुप्रीम कोर्ट में जज बनने के लिए उम्मीदवार की उम्र 45 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा, उम्मीदवार को उच्च न्यायालय में जज के रूप में कुछ वर्षों तक काम करने का अनुभव भी होना चाहिए।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, जज बनने के लिए उम्र के बारे में आपने जान लिया। उम्मीद करता हूं की आपको इस पोस्ट से लगी कुछ नया सीखने और जानने को मिला होगा। मैने कोशिश किया है की मैं आपको इसके बारे में सही जानकारी दूं।
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