झोलाछाप डॉक्टर का मतलब क्या होता है? : जो लोग चिकित्सा का अभ्यास करते है वे डॉक्टर है। डॉक्टरों को खासतौर पर कल्याण को बढ़ावा देना और बीमारियों के इलाज के लिए शिक्षित किया जाता है। बीमारी होने पर डॉक्टर के पास जाने का परंपरा है लेकिन डॉक्टर केवल निमित्त होते है। यह निमित्त चाहे झोलाछाप हो या डिग्रीधारी, निमित केवल निमित्त होता है।
आज कल डिग्रीधारी डॉक्टर बनने के लिए बहुत पापड़ बेलेने पढ़ते है। जिसमे से पहला, डोनेशन और कॉलेज की ही होती है। कॉलेज की फीस ही इतनी होती है की उसे हर कोई भर नही पाते। लेकिन फिर भी कई लोग जैसे तैसे करके फीस भर ही लेते है, जिससे पाँच साल तक डॉक्टर बनते-बनते आदमी एक ऐसा डॉक्टर बनकर बाहर निकलता है जो डॉक्टर कम और मरीज ज्यादा रहता है।
इसलिए कुछ लोग इस फजीहतों से बचने के लिए झोलाछाप डॉक्टर बनने का रास्ता चयन करते है। इस तरह के डॉक्टर बनने में ज्यादा समय और ज्यादा पैसे भी नही लगते है। आज के इस पोस्ट में हम आपको झोलाछाप डॉक्टर का मतलब क्या होता है? इसके बारे में जानकारी देने वाले है, इसलिए आपको इस पोस्ट को अंतिम तक जरूर पढ़ना चाहिए।
झोलाछाप डॉक्टर का मतलब क्या होता है?
झोलाछाप डॉक्टर का मतलब, वो है जिनके पास मेडिकल की कोई डिग्री नही होती है। वे थोड़ा बहुत इस बारे में सीखकर इंजेक्शन लगाना, दवाई देना आदि चीजें सिख जाते है और फिर खुद को डॉक्टर कहते है। ये अधिकतर गांवों में पाए जाते है।
कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते है, जिनके पास एमबीबीएस की डिग्री तो होती है लेकिन वे नौकरी लेने के असमर्थ होते है, तब ऐसे में वे भी झोलाछाप डॉक्टर का रास्ते को ही आजमाते है। वे घूम – घूम कर लोगो का इलाज करते है लेकिन यह पक्का नही होता की बीमारी ठीक हो जाए।
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झोलाछाप डॉक्टर कौन बनते है?
झोलाछाप डॉक्टर ऐसे लोग बनते है जिनके पास एमबीबीएस की डिग्री नही होती या होने पर भी कोई डॉक्टर की नौकरी नही मिलती। ऐसे में वे लोग डॉक्टर होने का दावा करते है और छुप-छुप कर लोगो का इलाज किया करते है।
झोलाछाप डॉक्टर बनने के लिए क्या-क्या चाहिए?
झोलाछाप डॉक्टर बनने के लिए सबसे जरूरी चीजों जो है वह है एक झोला। एक ऐसा झोला जो खादी या टाट से बना हो, और जिसे आसानी से कंधे पर लटकता जा सके तथा जरूरत पढ़ने पर लटकाकर दूर तक भागा जा सके।
यदि आप लेदर का महंगा बैग लेकर झोलाछाप डॉक्टर बनना चाहेंगे तो आप हरगिज नहीं बन सकते हां, इससे बहुराष्ट्रीय कंपनी के एक्जीक्यूटिव बना जा सकता है।
इसके अलावा आपको झोले को लेकर निम्न सावधानी रखनी चाहिए-
- झोला चमड़े अथवा रेग्जीन का बना न हो।
- झोला खाली न हो।
- झोले में कुछ दवाइयां जैसे: उल्टी-दस्त, खांसी, सर्दी और पेटदर्द आदि की दवाएं होनी चाहिए।
- झोले में इंजेक्शन भी रख ले।
झोलाछाप डॉक्टर क्यों बनते है
- झोलाछाप डॉक्टर बनने के कई कारण हो सकते है, जैसे
- धन की कमी
- अप्रत्याशित संघर्ष जैसे, संस्थानों में प्रवेश के लिए मुश्किलात।
- गलत तरीके का उपयोग करना
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झोलाछाप डॉक्टरों पर कौन सी धारा लगती है?
झोलाछाप डॉक्टरों पर ज्यादातर उपभोग के लिए धारा 420 या धारा 406 का आरोप लगाया जाता है। ये धारा भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी के खिलाफ होते हैं। इसके अलावा, अन्य धाराएँ भी लगाई जा सकती हैं जैसे कि धारा 419 (धोखाधड़ी के खिलाफ), धारा 272 (खतरनाक या मौत के लिए खतरा पैदा करने का आरोप), धारा 120बी (धोखाधड़ी के खिलाफ साजिश रचना) आदि।
झोलाछाप डॉक्टर को कैसे पहचान सकते हैं?
झोलाछाप डॉक्टर की पहछाल आप इन दो तरीकों से कर सकते है-
- सबसे पहले तो कोई भी डॉक्टर जब दवाई लिखता है तो वह एक निश्चित प्राइक्रिप्शन पैड का इस्तेमाल करता है, और उसमे डॉक्टर की डिग्री, राजिट्रेशन डिग्री, तारीख, डॉक्टर का हस्ताक्षर आदि होता है। लेकिन झोलाछाप डॉक्टर सादे कागज का उपयोग करता है, वे अक्सर अपना नाम नही लिखते।
- डॉक्टर को उसी विद्या से दवाई लिखना चाहिए जिस विद्या से उसने अध्यन किया है। जैसे होमियोपैथी को अंग्रेजी में दवाई नही लिखनी चाहिए, अगर लिखता है तो वह झोलाछाप डॉक्टर है।
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FAQs:
1. झोला छाप डॉक्टर की शिकायत कैसे करे?
अगर किसी झोलाछाप डॉक्टर ने आपको गलत जानकारी दी है और आप उसका शिकायत करना चाहते है हो आप अपने एरिया के किसी बड़े अस्पताल में जाकर लिखित में शिकायत दर्ज करवा सकते है। साथ ही शिकायत का राशिद भी आपको लेना है।