PGDCA Course Details in Hindi | PGDCA क्या है और कैसे करें (2024) 

PGDCA Course Details in Hindi : वर्तमान समय में काफी सारे Courses मौजूद है, जिसे आप आसानी से कर सकते हैं। जिसमें से PGDCA एक है। आज के इस पोस्ट में हम आपको इस कोर्स के बारे में बताने वाले हैं। 

बता दें की PGDCA कोर्स एक डिप्लोमा कोर्स के अंतर्गत आता है और यह एक Computer Course है। जो की इंडिया में काफी ज्यादा लोकप्रिय है। इस कोर्स में आपको कंप्यूटर और उसमे काम आने वाले जरूरी सॉफ्टवर्स के बारे में गहराई से नॉलेज प्रदान किया जाता है। 

इस कोर्स को करने के लिए आपका ग्रेजुएट होना जरूरी है। आज के इस लेख में हम आपको विस्तार से बताएंगे की PGDCA क्या है और कैसे करें? यदि आप भी इसके बारे में जानना चाहते हैं तो आपको इस पोस्ट को पूरा जरूर पढ़ना है। 

इस पोस्ट में आप जानेंगे -

PGDCA Course Details in Hindi 

PGDCA का पूरा नाम Post Graduate Diploma in Computer Application है। यह एक प्रकार का कंप्यूटर कोर्स है। इस कोर्स को करने के बाद, जब भी किसी जगह कंप्यूटर डिप्लोमा मांगा जाता है, तो आप इसके प्रमाणपत्र का उपयोग कर सकते हैं। 

इस कोर्स को आप ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं, भले ही आपने किसी भी विषय से ग्रेजुएशन किया हो। यदि आपकी रुचि कंप्यूटर क्षेत्र में है, तो इस कोर्स को आपको जरूर करना चाहिए। PGDCA कोर्स छात्रों को कंप्यूटर साइंस, प्रोग्रामिंग, डेटाबेस मैनेजमेंट, वेब डेवेलपमेंट और अन्य कंप्यूटर संबंधित विषयों में ज्ञान प्रदान करता है। 

इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को कुशल कंप्यूटर पेशेवर बनाना है ताकि वे संबंधित क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर सकें। यह कोर्स सामान्यतः एक वर्ष का होता है और स्नातक की डिग्री धारक छात्रों के लिए उपलब्ध है। 

PGDCA कोर्स विभिन्न संस्थानों और कॉलेजों में उपलब्ध है और इसका उद्देश्य छात्रों की व्यावसायिक और तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाना है।

पीजीडीसीए (Post Graduate Diploma in Computer Applications) कोर्स का वार्षिक सिलेबस विभिन्न विषयों पर आधारित होता है, जो छात्रों को कंप्यूटर एप्लिकेशन्स और सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट के क्षेत्र में तैयार करता है।

पीजीडीसीए के लिए योग्यता क्या है?

PGDCA कोर्स के लिए योग्यता इस प्रकार है:

  • शैक्षिक योग्यता: उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज से किसी भी विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए।
  • अंक प्रतिशत: कुछ संस्थान ऐसे भी है जो निर्धारित अंक प्रतिशत की मांग करते हैं, जो आमतौर पर 50 से 60% के बीच हो सकता है। हालाँकि, यह संस्थान के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकता है।
  • प्रवेश परीक्षा: भारत के कुछ बड़े संस्थानों में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भी कोर्स हेतु स्टूडेंट्स का चयन किया जाता हैं। उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा में सफल होना आवश्यक होता है। लेकिन अधिकतर कॉलेजों में प्रवेश परीक्षा नहीं लिया जाता। 

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पीजीडीसीए करने में कितना खर्च आता है?

PGDCA करने में होने वाला खर्च संस्थान, स्थान और कोर्स की संरचना के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकता है। सामान्यतः, PGDCA कोर्स की फीस निम्नलिखित के बीच हो सकती है:

1. सरकारी कॉलेज/विश्वविद्यालय: ₹5,000 से ₹20,000 प्रति वर्ष

2. निजी कॉलेज/विश्वविद्यालय: ₹30,000 से ₹1,00,000 प्रति वर्ष

इसके अतिरिक्त, छात्रों को अन्य खर्चों का भी ध्यान रखना चाहिए, जैसे:

  • पुस्तकें और अध्ययन सामग्री: ₹2,000 से ₹5,000 प्रति वर्ष
  • प्रयोगशाला शुल्क: ₹2,000 से ₹5,000 प्रति वर्ष (यदि लागू हो)
  • परिवहन और आवास: यह स्थान और छात्र के रहने की स्थिति पर निर्भर करेगा।
  • परीक्षा शुल्क: कुछ संस्थानों में अलग से परीक्षा शुल्क भी लिया जा सकता है।

कुल मिलाकर, PGDCA करने का कुल खर्च ₹10,000 से ₹1,50,000 के बीच हो सकता है, जो संस्थान और अन्य कारकों पर निर्भर करता है।

पीजीडीसीए कितने साल का होता है?

PGDCA (Post Graduate Diploma in Computer Applications) कोर्स आमतौर पर एक वर्ष का होता है। हालांकि, कुछ कॉलेजों में इसे सेमेस्टर सिस्टम के अनुसार पढ़ाया जाता है, जिसमें कोर्स को दो सेमेस्टर में बाटा जाता है। जिसमें प्रत्येक सेमेस्टर पर छह महीने का हो सकता है। 

कुछ कॉलेजों में यह कोर्स डेढ़ साल का भी हो सकता है, जिसमें अन्य परियोजना कार्य और इंटर्नशिप शामिल होती है। कुल मिलाकर, अधिकांश पीजीडीसीए कोर्स की अवधि एक वर्ष ही होती है।

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पीजीडीसीए में कितने विषय होते हैं?

Post Graduate Diploma in Computer Applications में अध्ययन किए जाने वाले विषय कॉलेजों के पाठ्यक्रम और संरचना के हिसाब से भिन्न भिन्न हो सकते हैं। हालांकि, मुख्य रूप से इस कोर्स में निम्नलिखित विषय शामिल होते हैं:

1. फंडामेंटल्स ऑफ कंप्यूटर (Fundamentals of Computer)

2. प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज (Programming Languages) 

3. डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (Database Management Systems)

4. ऑपरेटिंग सिस्टम्स (Operating Systems)

5. डेटा स्ट्रक्चर्स (Data Structures)

6. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Software Engineering)

7. वेब टेक्नोलॉजीज (Web Technologies) 

8. कंप्यूटर नेटवर्क्स (Computer Networks)

9. मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (Management Information Systems)

10. प्रोजेक्ट वर्क/प्रैक्टिकल्स (Project Work/Practicals)

11. डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स (Digital Electronics)

12. इंटरनेट टेक्नोलॉजीज (Internet Technologies)

13. क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud Computing) (कुछ संस्थानों में)

प्रत्येक संस्थान का पाठ्यक्रम थोड़ा बहुत अलग हो सकता है। इसके अलावा कुछ अतिरिक्त या वैकल्पिक विषय भी कोर्स मेंशामिल हो सकते हैं। अधिकांश PGDCA कोर्स में 8 से 10 विषय होते हैं, जिसे थ्योरी और प्रैक्टिकल के माध्यम से बांटा जाता है।

पीजीडीसीए सिलेबस क्या है?

PGDCA का सिलेबस विभिन्न संस्थानों के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है, लेकिन सामान्यतः इसका सिलेबस 2 सेमसेटर्स में पूरा होता है, जो निम्नलिखित होता है। 

प्रथम सेमेस्टर

1. फंडामेंटल्स ऑफ कंप्यूटर (Fundamentals of Computers)

   – कंप्यूटर के मूलभूत सिद्धांत

   – कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर का परिचय

2. ऑफिस ऑटोमेशन टूल्स (Office Automation Tools)

   – MS Office (Word, Excel, PowerPoint)

   – इंटरनेट और ई-मेल का उपयोग

3. प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज (Programming Languages)

   – C प्रोग्रामिंग

   – C++ प्रोग्रामिंग

4. ऑपरेटिंग सिस्टम्स (Operating Systems)

   – विंडोज, लिनक्स का परिचय

   – ऑपरेटिंग सिस्टम्स के प्रकार और उनकी कार्यप्रणाली

5. डाटा स्ट्रक्चर्स (Data Structures)

   – एरेज, लिंक्ड लिस्ट, स्टैक्स, क्यूज

   – डेटा स्ट्रक्चर्स के उपयोग

द्वितीय सेमेस्टर

1. डाटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (Database Management Systems)

   – SQL और PL/SQL

   – रिलेशनल डेटाबेस का डिज़ाइन और प्रबंधन

2. वेब टेक्नोलॉजीज (Web Technologies)

   – HTML, CSS, JavaScript

   – वेब डेवेलपमेंट टूल्स और तकनीक

3. सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (Software Engineering)

   – सॉफ्टवेयर विकास जीवन चक्र (SDLC)

   – सॉफ्टवेयर परीक्षण और गुणवत्ता आश्वासन

4. कंप्यूटर नेटवर्क्स (Computer Networks)

   – नेटवर्क टोपोलॉजीज और प्रोटोकॉल्स

   – इंटरनेट और इंट्रानेट

5. प्रोजेक्ट वर्क/प्रैक्टिकल्स (Project Work/Practicals)

   – परियोजना पर कार्य

   – व्यावहारिक अनुप्रयोगों का विकास

इस सिलेबस के तहत, छात्रों को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल्स में भी अच्छा अनुभव मिलता है, जिससे वे कई तरह के कंप्यूटर एप्लिकेशन्स और सॉफ्टवेयर डेवेलपमेंट के क्षेत्र में अच्छी जॉब प्राप्त कर सकते हैं। PGDCA Course Details in Hindi 

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पीजीडीसीए के लिए कौन सी प्रवेश परीक्षा है?

वैसे तो सभी कॉलेजों में पीजीडीसीए कोर्स के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित नहीं किया जाता है। लेकिन कुछ विश्वविद्यालय है जहां प्रवेश परीक्षा लिया जाता है। जैसे की CUET, KMAT, OJEE, APPGCET, MAH-PGCET, JMI, DUCET आदि। 

हांलकी इसके अलावा भी कुछ परीक्षाएं होती है, जो आपको कॉलेज में जाने के बाद ही पता चल सकेगा। 

PGDCA Course Admission Process in Hindi

PGDCA कोर्स में एडमिशन कैसे ले सकते हैं और उसकी प्रक्रिया क्या है, इसकी जानकारी नीचे दी गई है:

1. योग्यता की जांच करें: सबसे पहले, आपको यह चेक करना होगा कि आप इस कोर्स के लिए योग्य हैं या नहीं। इसके लिए कोर्स का Eligibility Criterias देखें।

2. प्रवेश परीक्षा: कुछ विश्वविद्यालय और कॉलेज अपनी खुद की प्रवेश परीक्षा लिए हैं। आपको इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए रजिस्टर करना होगा और परीक्षा देना होगा। परीक्षा को क्वालीफाई करने के बाद ही आप एडमिशन ले सकते हैं।

3. मेरिट आधारित एडमिशन: कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन देते हैं, जिसमें आपके बैचलर डिग्री के मार्क्स के हिसाब से आपको एडमिशन दिया जाता है। इसके लिए आपको विश्वविद्यालय में आवेदन पत्र जमा करना होगा और मेरिट लिस्ट के आधार पर आपको एडमिशन मिल जायेगा। 

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पीजीडीसीए का पेपर कैसे होता है?

PGDCA का पेपर आमतौर पर लिखित और प्रैक्टिकल दोनों हो सकते हैं, और यह विषयों के आधार पर विभाजित होते हैं।

1. लिखित परीक्षा: लिखित परीक्षा में छात्रों को सभी विषयों के प्रश्न पूछे जाते हैं, जिसमें थ्योरी, गणित, प्रोग्रामिंग, डेटाबेस, वेब टेक्नोलॉजी और सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से संबंधित प्रश्न होते हैं।

2. प्रैक्टिकल परीक्षा: प्रैक्टिकल परीक्षा में छात्रों को वास्तविक दुनिया की कंप्यूटर एप्लिकेशन्स और सॉफ्टवेयर के विकास में नॉलेज का परीक्षण किया जाता है। 

परीक्षा के प्रकार विभिन्न विश्वविद्यालयो के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकते हैं, इसलिए छात्रों को संबंधित संस्थानों या उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इस बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।

PGDCA Course College List in Hindi

PGDCA कोर्स करने के लिए नीचे कुछ अच्छे कॉलेजों का नाम दिया गया है। हानलकी आप इनके अलावा अन्य कॉलेजों से भी PGDCA के कोर्स के कर सकते हैं। 

  • Indian Institute of Technology Delhi
  • Jamia Millia Islamia
  • Symbiosis Institute of Computer Study and Research
  • University of Pune
  • Ahmedabad University
  • DAV College
  • Utkal University
  • Xavier Institute of Management Bhuvaneswar
  • Indira Gandhi National Open University
  • Dr BR Ambedkar Open University
  • Narsee Monjee Institute of Management Studies
  • Amrita Vishwa Vidyapeetham
  • Anna University
  • Lovely Professional University
  • Indian Statistical Institute
  • University of Calcutta
  • Jadavpur University
  • Birla Institute of Technology and Science
  • Vellore Institute of Technology

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PGDCA के फायदे क्या है?

PGDCA कोर्स करने के फायदे कुछ इस तरह हैं:

1. अच्छा करियर: PGDCA करने से आपको कंप्यूटर क्षेत्र में अच्छी नौकरी करने का मौका मिल सकता है।

2. सैलरी में वृद्धि: यह कोर्स आपकी सैलरी में अच्छा खासा वृद्धि कर सकता है।

3. आत्मविश्वास में बढ़ावा: यह कोर्स आपके आत्मविश्वास को बढ़ावा दे सकता है और आपको स्वयंप्रेरित बना सकता है।

4. स्नातक पढ़ाई के लिए तैयारी: PGDCA के बाद, आप अगले स्तर की शिक्षा के लिए भी तैयार हो सकते हैं।

5. विकास: यह कोर्स आपके कंप्यूटर क्षेत्र में विकास की मदद कर सकता है।

पीजीडीसीए का भविष्य क्या है – Future of PGDCA in Hindi 

PGDCA का भविष्य उज्जवल है। आधुनिक तकनीकी विकास के साथ, कंप्यूटर और सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग क्षेत्र में मांग और अवसर अब भी बढ़ रहे हैं। पीजीडीसीए का कोर्स पूरा करने वाले छात्रों के लिए नौकरी के अवसर सामूहिक संगठनों, सरकारी व निजी कंपनियों में नौकरी के अवसर बढ़ सकते हैं। 

इसके साथ ही, इसका अध्ययन विदेशों में भी मान्यता प्राप्त है और आपको अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कैरियर के अवसर मिल सकते हैं। इसलिए, यदि कंप्यूटर और सॉफ़्टवेयर क्षेत्र में आपकी रुचि है, तो PGDCA कोर्स आपके भविष्य को उज्जवल बनाने में मदद कर सकता है।

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पीजीडीसीए के बाद क्या करें?

PGDCA Course Details in Hindi के इस लेख में अब हम आपको बताएंगे की पीजीडीसीए के बाद क्या करें? आमतौर पर पीजीडीसीए के बाद आपके पास कई विकल्प हो सकते हैं, जैसे कि सरकारी नौकरी के लिए तैयारी या व्यापारिक कार्य आदि। 

आपकी पसंद और रुचि के अनुसार, आप आगे की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं या जॉब की तलाश कर सकते हैं। 

पीजीडीसीए करने से कौन सी नौकरी मिलती है?

  • Computer Operator
  • Web Designer
  • Accountant
  • IT Support Analyst
  • IT Consultant
  • Business System Analyst
  • Software Developer
  • Data Entry Operator
  • Database Developer

ये कुछ पॉपुलर जॉब्स है जो की आपको PGDCA Course करने के बाद मिल सकता है। इसके अलावा भी कुछ Courses है, जो को आपको करने का मौका मिल सकता है। 

पीजीडीसीए की सैलरी कितनी होती है?

औसत सैलरी की की बात किया जाए तो इसमें महीने की आय 20,000 से 40,000 रुपये तक हो सकती है, हांलकी इससे अधिक भी हो सकती है। कंप्यूटर से संबंधित एक PGDCA कोर्स करने के पश्चात, आपकी कमाई आपके क्षेत्र, नौकरी के प्रकार और आपके नौकरी के स्तर पर डिपेंड करता है। 

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FAQs: 

1. क्या हम घर पर पीजीडीसीए सीख सकते हैं?

हां, आप घर पर पीजीडीसीए सीख सकते हैं। आप ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स, किताबें और कोर्सेस का उपयोग करके इसे आसानी से सीख सकते हैं। 

2. पीजीडीसीए कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है?

पीजीडीसीए कोर्स में फंडामेंटल्स ऑफ कंप्यूटर, प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेज, डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम, ऑपरेटिंग सिस्टम्स, डेटा स्ट्रक्चर्स, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग आई चीजों के बारे में विस्तार से सिखाया जाता है।

निष्कर्ष (PGDCA Course Details in Hindi) 

PGDCA Course Details in Hindi के इस लेख का में आपने इस कोर्स के बारे में विस्तार से जाना। उम्मीद है की आपको इस लेख से काफी कुछ नया सीखने और जानने को मिला होगा। आपने जाना की PGDCA कोर्स एक प्रमुख और लगी उपयोगी कंप्यूटर शिक्षा पाठ्यक्रम है। 

जो की योग्य छात्रों को कंप्यूटर के विभिन्न विषयों में मास्टरी प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। इस कोर्स को आधुनिक टेक्नोलॉजी और उद्योग के निरंतर बदलते वक्त के साथ तैयार किया जाए है। PGDCA Course करके आप अपने करियर को एक नई ऊंचाई तक ले जा सकते हैं।

दोस्तों, इस पोस्ट को अपने अन्य दोस्तों के साथ भी शेयर करे ताकि उनको भी PGDCA Course Details in Hindi के बारे में पता चल सके। साथ ही अगर आपके मन में कोई प्रश्न या संदेह हो, तो भी आप हमसे कॉमेंट के जरिए पुछ सकते हैं। 

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